News Agency : यूपी के अमेठी (Amethi) जिले में जूते को लेकर अब सियासत मे उबाल आ गया है। मंगलवार को लोकसभा क्षेत्र के हरियरपुर गांव के लोगों ने हाथों मे जूते-चप्पल लेकर प्रदर्शन किया, कहा कि स्मृति ईरानी (smriti Irani) अपना पता बताएं हम उन्हें जूते-चप्पल वापस भेजेंगे। सनद रहे कि सोमवार को स्मृति ईरानी (smriti Irani) ने एक सभा मे इस गांव के ग्रामीणों को लेकर विवादित बयान दिया था।
स्मृति ईरानी द्वारा दिए गए बयान के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उन पर हमलावर हुई थीं। प्रियंका ने कहा था कि ये अमेठी के लोगों का अपमान है। उन्होंने ये भी कहा था कि अमेठी और रायबरेली के लोग अपना सम्मान करते हैं, किसी के सामने भीख नहीं मांगेगे। भीख मांगने वो आएं, आपके सामने वो आकर भीख मांगें वोटों की। इस क्रम में उस समय नया मोड़ आ गया जब हरियरपुर के ग्रामीण हाथों मे जूते लेकर सड़कों पर उतर आए। स्मृति ईरानी को लेकर यहां के ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
गांव निवासी मान सिंह ने कहा, स्मृति ईरानी (smriti Irani) ने हमारे हरियरपुर का अपमान किया है। हम लोग स्वाभिमानी लोग हैं, अपना खाते अपना पहनते हैं। वो अपना पता बता दें हम लोग जूता-चप्पल भिजवा देते हैं। वहीं ग्रामीण रामसुंदर ने कहा कि आज हम लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं कि स्मृति ईरानी कहती हैं कि हरियरपुर को twenty five हजार जूता-चप्पल भीख दी हैं। ग्रामीण ने कहा कि क्या जूता-चप्पल के बग़ैर मर रहे हैं हरियरपुर वाले। अभी वो रोड नहीं देखी हैं हमारे गांव की तो कैसे मान लें वो आई हैं जूता-चप्पल बांटने। हरियरपुर का रोड पता ही नहीं उनको के हरियरपुर है कहां। बुज़ुर्ग रतनपाल कहते हैं के उन्होंने यहां जूते-चप्पल भिजवाए हैं लेकिन न यहां तक आया है न उन्होंने ये गांव देखा है। तो अपना एड्रेस बताएं हम लोगों के पास जो जूता-चप्पल है उसे भेज देते हैं जिसको चाहें पहनाएं।